बिहार
अवलोकन
1988 में स्थापित, एनआईसी बिहार, बिहार के सरकारी तंत्र में आईसीटी संस्कृति को अपनाने और बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभाता है। यह राजस्व, ग्रामीण विकास, कृषि, वित्त, श्रम, चुनाव, न्यायालय, खान एवं भूविज्ञान, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति आदि विभागों के साथ मिलकर काम करता है।
प्रमुख ई-गवर्नेंस अनुप्रयोग
इसमें बिहार-भूमि (एक एकीकृत भूमि अभिलेख प्रबंधन प्रणाली), ई-पीडीएस, खनन सॉफ्ट, ई-जेल, ई-चालान, आपदा संपूर्ति, मेधा सॉफ्ट, चुनाव कार्मिक प्रबंधन प्रणाली (ईपीएमआईएस), वाहन, सारथी, ई-परामर्श, चाणक्य, ई-सहकारी, ई-लाभार्थी, वन प्रबंधन सूचना प्रणाली (एफएमआईएस), कोर्ट केस मॉनिटरिंग सिस्टम (सीसीएमएस), डीबीटी पोर्टल, कोर्ट केस सूचना प्रणाली (सीआईएस), आई-भूगोल, पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति पोर्टल और कई अन्य शामिल हैं।
अवसंरचना
एन के एन – राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क और निकनेट – एन.आई.सी. नेटवर्क
एनकेएन कनेक्टिविटी – 100
- जिला कनेक्टिविटी – 30
- अंतर-जिला कनेक्टिविटी- 16
- राज्य विश्वविद्यालय- 13
- मेडिकल कॉलेज और अस्पताल- 11
- इंजीनियरिंग संस्थान- 9
- प्रबंधन संस्थान- 5
- अनुसंधान संस्थान- 5
- केंद्रीय विश्वविद्यालय- 3
- प्रशिक्षण – 4
- सरकारी निकाय- 2
- न्यायपालिका – 1
- कला और परिरूप- 1
NICNET (बिहार के लिए ई-गवर्नेंस नेटवर्क की रीढ़)
- लीज्ड लाइन-आधारित कनेक्टिविटी
- 10G बैकबोन कनेक्टिविटी (रेलटेल और पीजीसीआईएल)
- केंद्र सरकार के कार्यालयों से कनेक्शन
- राज्य सरकारें (CS-सेल, विकास भवन, राजभवन आदि)
- जिला प्रशासन और एनआईसी डीसी के माध्यम से क्षैतिज लिंक
- बिहार के सभी जिलों में उपस्थिति (34/100/1000 एमबीपीएस का लिंक)
- जिलों/कार्यालयों के लिए अतिरिक्त लिंक – उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए
संगठनात्मक विस्तार
- राज्य स्तरीय इकाइयाँ: बिहार राज्य इकाई, डिजिटल सरकारी अनुसंधान केंद्र, मुख्य सचिव प्रकोष्ठ, विकास भवन, राज्यपाल भवन, पटना उच्च न्यायालय, अरण्य भवन, आईवीएफआरटी (गया), और अन्य
- जिला स्तरीय केंद्र: 38 जिलों में सक्रिय उपस्थिति, विकेंद्रीकृत ई-गवर्नेंस और तकनीकी सहायता को सक्षम बनाना।
संपर्क एवं स्थान
प्रधान कार्यालय:
एनआईसी बिहार राज्य केंद्र,
एनआईसी भवन, सूचना भवन परिसर, नेहरू पथ, पटना, बिहार – 800015।
फ़ोन: 0612 2547964
मुख्य विशेषताएँ और पहल
- एनआईसी, बिहार ने राज्य शासन को डिजिटल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है – एकीकृत भूमि अभिलेख प्रबंधन प्रणाली, ई-ऑफिस, ई- कौंसिलिंग, डीबीटी प्रणाली, ऑनलाइन पीडीएस आदि जैसी सेवाओं को लागू किया है।
- एनआईसी, बिहार स्वच्छ बिहार पोर्टल जैसे उच्च दृश्यता कार्यक्रमों का समर्थन किया है और ई-ऑफिस प्रणालियों के माध्यम से कागज रहित प्रशासन में परिवर्तन का मार्गदर्शन किया है।
- एक मोबाइल गवर्नेंस सक्षमता केंद्र के रूप में, एनआईसी, बिहार ई-प्लांटेशन, ई-नर्सरी, अपना पटना ऐप, आंगन बिहार, ई-लाभार्थी बिहार, ई-पीएसी, एलएसबीएम निरीक्षण, ई-निवास, ई-अनुदान योजना, इएलइ -ट्रेसेज़, अश्विन और कई अन्य एम-गवर्नेंस ऐप जैसी मोबाइल आधारित नागरिक सेवाओं को बढ़ावा दिया है।